2008 में ‘परिवहन’ पर विषय आधारित नवीकृत दीर्घा आम लोगों के लिए खोली गयी । 500 वर्गमीटर में फैली इस दीर्घा में 50 प्रतिरूप एवं प्रतिदर्श हैं जो परिवहन प्रणाली में ‘पहिया’ से ‘सुपर सोनिक जेट इंजीन’ तक की विकास को कलाकृतियों प्रतिरूपों एवं संवादात्मक प्रदर्शों के साथ दर्शाते हैं । इन्हें तीन अनुभागों में विभाजित किया गया है : जल परिवहन, भू-तल परिवहन और वायुमार्ग परिवहन । प्रसिद्ध वैज्ञानिक सर जगदीश चन्द्र बोस द्वारा व्यवहृत रॉल्स रॉय्स कार और फिएट टीपो इस दीर्घा के प्रमुख आकर्षणों में हैं ।
परिसर का क्षेत्रफल : 350 वर्ग मीटर
प्रदर्शों की संख्या : 94