यदि आपने कभी यह सोचा हो कि वास्तव में कोयला खान कैसा दिखता है और उसके अंदर प्रवेश करना चाहते हैं तो बिऔप्रौसं एकमात्र वह स्थल है जहाँ आप कोयला खान के अन्दर होने की अनुभूति प्राप्त कर सकते हैं । बिऔप्रौसं की कोयला खान, जो भारत में विरल है, में आप अनोखा एवं प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करते हैं कि किस प्रकार वास्तविक कोयला खान कार्य करती है । आप समझ सकते हैं कि किस प्रकार वायु का संचार होता है और किस प्रकार खान में रोशनी बनाये रखी जाती है ताकि खान कर्मी जीवित रह सकें और अंधेरी एवं प्रतिकुल परिस्थितियों में काम कर सकें । आपके पास कोयला काटने की विधि-हाथ से और यंत्र से दोनों का अंदाजा हो सकता है । आप यह भी समझते होंगे कि किस प्रकार खान से कोयला निकाला जाता है, कोयला निकाले जाने के बाद सुरंग ध्वस्त नहीं होता, या आग, बाढ़ या ऊपरी परतों के गिरने से बचने के सुरक्षा उपया क्या हैं । नकली कोयला खान दर्शकों को भूमिगत संसार के सभी अज्ञात, आकर्षक और विरल तथ्यों से अवगत कराता है ।
संग्रहालय कोयला खान 30 मिनट का पथ निर्देशित भ्रमण प्रदान करता है ।
(कोयला खान में प्रवेश शुल्क : रूपये 15 प्रति व्यक्ति आम लोगों के लिए; रूपये 5 प्रति व्यक्ति समूह में आये स्कूली विद्यार्थियों के लिए)
परिसर का क्षेत्रफल : 475 वर्ग मीटर
प्रदर्शों की संख्या : 65