दूरदर्शन पर बनी दीर्घा इस युगान्तकारी प्रौद्योगिकी के क्रमिक विकास – स्कॉटिश आविष्कारक जॉन लॉगी बार्ड द्वारा इसे प्रकाश में लाये जाने के दिनों से वर्तमान स्वरूप को 25 अत्याधुनिक प्रदर्शों, प्रतिरूपों, डायरमा और कलाकृतियों के माध्यम से शैक्षिक एवं सूचनाप्रद महौल में दर्शाया गया है ।
दीर्घा में एक दूरदर्शन स्टूडियो अत्यंत आनन्ददायक ‘क्रोमा की शो’ आयोजित करता है जो क्रोमा की तकनीक के उपयोग से आसमान में उड़ता हुआ प्रतीत होता है ।
क्रोमा की शो | दूरदर्शन दीर्घा में टी वी स्टूरडियो (द्वितीय तल पुराना भवन) | 11:00 बजे पूर्वाह्न, 12:00 बजे दोपहर , 1:00 बजे अहपराह्न, 2:00 बजे अहपराह्न, 3:00 बजे अहपराह्न, 4:00 बजे अहपराह्न और 5:00 बजे अहपराह्न |
परिसर का क्षेत्रफल : 255 वर्ग मीटर
प्रदर्शों की संख्या :67