सभ्यता के शुरुआती समय से, मानव समाज के आधुनिकीकरण में धातुओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है । धातुओं के प्रभावी उपयोग के बिना वर्तमान युग की आकर्षक अभियांत्रिकी उपलब्धियाँ संभव ही नहीं होती । बिऔप्रौसं की धातु दीर्घा चार अति महत्वपूर्ण धातुओं – तांबा, जस्ता, लौह एवं इस्पात तथा अल्यूमिनियम की कहानी संवादात्मक प्रदर्शों, डायरमा, अनुप्राणित पैनेल्स और बहुमाध्यम प्रस्तुति के माध्यम से दर्शाती है ।
परिसर का क्षेत्रुफल : 360 वर्ग मीटर
प्रदर्शों की संख्या : 50